सुलेमान रूहानी इल्म 5/5 (19)

सुलेमान रूहानी इल्म

Sulemani Ruhani Ilm

सुलेमान रूहानी इल्म – Sulemani Ruhani Ilm, चाहे कोई भी और कैसा भी परिवार या समाज क्यों न हो। उसके प्रत्येक इंसान की जिंदगी में तमाम तरह की समस्याएं आती हैं। उनके घर-परिवार की सुख-समृद्धि की पूर्ति से लेकर निजी जीवन में बाधाएं उत्पन्न हो जाती हैं।

यह कहें कि रोजमर्रे की ंिजंदगी में मुसीबतें और झंझटें पग-पग पर बनी रहती हैं। कुछ परेशानियों को इंसान तो बड़ी आसानी से हटा लेता है, लेकिन कई बार ऐसी परेशानियां आ जाती हैं, जिन्हें अल्लाह ताला की दुआओं और वजीफे से ही दूर किया जा सकता है।

सुलेमान रूहानी इल्म

सुलेमान रूहानी इल्म

इसमें सुलेमानी रूहानी इल्म बहुत ही कारगर उपाय साबित होते हैं। इनसे खासकर नौकरी-कारोबार , प्रेम-संबंध और विवाह, जादू-टोनापति-पत्नी के बीच अनबन, लड़ाई-झगड़े, घर-गृहस्थी की परेशानियां, धन-संपदा की कमी, मोहब्बत और निकाह, वशीकरण आदि संबंधी समस्याओं से जूझते इंसान को इस इल्म की मदद लेनी चाहिए। 

सुलेमानी रूहानी इल्म एक तरह से हव्वा और बाबा आदम जमाने की साधना है। इसमें बुतपरस्ती को छोड़कर खुदा रसूल की साधनाएं की जाती हैं।

सुलेमान रूहानी इल्म

इसके लिए रूहानी इल्म से संबंधित जरूरी विधि-विधान और दूसरी विशेष जानकारियां मौलवियों द्वारा ली जानी चाहिए। उनके बताए दिशा-निर्देश के अनुसार प्रयोग इस प्रकार होने चाहिए।

  • विभिन्न परेशानियों को कुरान में दिए गए वजीफे या दुआओं को मुहम्मद रसूल की आन-बान और शान में पढ़े जाते हैं। इस साधना की शुरूआत सामान्यतः शुक्रवार या गुरुवार के दिन रात को 10 बजे के बाद बिस्मिल्लाह रहमान रहीम कहने के बाद की जाती है। 
  • इसके लिए साफ चादर बिछाकर वजू करने के बाद बैठना होता है। इस दौरान अपने सामने लाहवान की धुप सुलगा ली जाती है। मौलवी द्वारा परेशानियों के अनुसार बताए गए इल्म को ढाई घंटे तक पढ़ा जाता है।
  • इस साधना को कम से कम 11 दिन और अधिक से अधिक 41 दिनों तक किया जाता है। इसकी शुरूआत और आखिरी दिन पांच फकीरों को खाना खिलाया जाता है। 

मुस्लिम वशीकरण शाबर मंत्र

इस्लामी दुआएं और आयातों के अमल समेत वैदिक साधनाओं में समान रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले शाबर मंत्र बहुत ही ताकतवर होते हैं। उसके बारे में लोगों का अटूट विश्वास है कि शाबर मंत्र से नहीं होने वाले काम भी बन जाते हैं।

ये मंत्र मुस्लिम भी हो जाते हैं और हिंदू भी। इनका असर बहुत ही तेजी से होता हैं। हालांकि मुस्लिम वशीकरण शाबर मंत्र का गलत इस्तमेल मुसीबत में डाल सकता है। वैसे मुस्लिम शाबर मंत्र का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किसी को अपने वश में करने के लिए किया जाता हैं। 

इन मन्त्रों का प्रभाव तुरंत दिख जाता है। यही कारण है कि ये बेहद ही प्रबल माने जाते हैं। यहां तक कि इसका प्रभाव सामूहिक तौर पर भी देखा गया है। किसी को वश में करने के लिए इ समं. का प्रयोग इस प्रकार किया जाना चाहिए।

 

  • मुस्लिम वशीकरण शाबर मंत्र से किसी भी औरत या आदमी को अपने वश में किया जा सकता है। इसका ज्यादातर प्रयोग प्रेमी युगलों और पति-पत्नी के द्वारा एक-दूसरे को अपनी ओर खींचने के लिए किया जाता है। मंत्र है-या महकेल बहक या खाये खलीको!
  • वशीकरण कि इस शाबर मंत्र को अपने एक खाली के कमरे में रोजाना सात दिनों तक एक ही समय में 1000 बार पढ़ा जाता है।
  • पढ़ने की शुरूआत किसी भी दिन की जा सकती है, लेकिन समय रात के 11 बजे के बाद होना चाहिए। साथ में वशीभूत किए जाने वाले की तस्वीर और एक ग्लास पानी भी रखना चाहिए।
  • अंत में पानी पर दम कर उसे पी लेना चाहिए। औरतों द्वारा इस मंत्र का प्रयोग उनकी माहवारी के दौरान नहीं किया जाना चाहिए। 
  • मोहब्बत के लिए शाबर मंत्र के प्रयोग से सच्चे दिल से मोहब्बत करने वाले को फायदा मिल सकता है। दोनों के दिल में न केवल एक-दूसरे प्रति मोहब्बत जागती है, बल्कि उनकी शादी भी हो जाती है। इस मंत्र का इस्तेमाल सात दिनों तक रोजाना करना चाहिए। हर रोज आधी रात को 1001 बार जाप करना चाहिए। पांच दिन के भीतर ही असर दिखने लगता है। 
  • मंत्र है- या जुहर्राईल बहक्क या जाल जुल जलव वालेक्रम! यह मंत्र छोटा जरूर है जितने छोटे हैं उतने ही ताकतवर भी है।

मुसीबत में रूहानी इल्म

अगर कोई इंसान अचानक मुसीबत में फंस जाए और उसे कोई राह नहीं दिखे तब उसे अल्लाह ताला का स्मरण करते हुए शाबर मंत्र का सहारा लेना चाहिए। अर्थात जब कोई इंसान किसी मुसीबत में फंस जाता हैं, तो अल्लाह ताला ही उसकी हिफाजत करता है।

उस वक्त चह सिर्फ अल्लाह को ही याद करता हैं। अल्लाह से गुजारिश करता हैं कि वह उसे मुसीबत से बाहर निकले। हर मुसीबत से बचने के लिए एक शाबर मंत्र हैं। उसके अमल का तरीका इस प्रकार होना चाहिए।

  • मंत्र है- या सरफेल बहक या फिर याक्यो! इसी तरह से आमदनी बढ़ाने और रूका हुआ पैसा हासिल करने के लिए भी एक मंत्र दिया गया है। वह है- अजीबो या एस्ट्राफेल बहक या अलिफ या तो हो हो हो!! इस मंत्र को पाक-साफ होकर 11 दिनों तक रोजाना सिर्फ 111 बार पढ़ना हैं। इसका तरीक ऊपर बताए गए अनुसार ही होना चाहिए।
  • जैसे कि साफ चादर पर वजु के बाद बैठ जाएं। साथ में एक ग्लास पानी रखें और मंत्र जाप के बाद उसपर तीन बार दम करें। उसका एक तिहाई हिस्सा घर में छिड़क दें और बाकी पी जाएं। 

प्रेमिका को सदा के लिए अपना बनाना

मुस्लिम वशीकरण के उपाय से प्रेमिका के साथ निकाह करने में आई अड़चनों को दूर किया जा सकता है। मंत्र और प्रयोग विधि इस प्रकार है-

  • मंत्र है- आगिशनी माल खानदानी। इन्नी अम्मा, हव्वा यूसुफ जुलैखानी। ‘फलानी’ मुझ पै हो दीवानी। बरहक अब्दुल कादर जीलानी।” फलानी की जगह प्रेमिका के नाम का उच्चारण करना चाहिए।
  • इसका प्रयोग 21 दिनों तक करना चाहिएं। वैसे 11 दिनों में ही इसका प्रभाव दिखने लगता है। प्रेमिका हर हाल में वशीभूत होकर अपने माता-पिता को शादी करने के लिए राजी कर लेती है।
  • इसकी साधना के दौरान कुछ हिदयतों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। जैसे  मांस, मछली, लहसुन, प्याज, दूध, दही, घी आदि वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। 
  • साधना हर रोज रात के 11 बजे के बाद स्नान करके साफ कपड़े में करना चाहिए। सिर भी ढंका होना चाहिए। साधना करने से पहले वजू करना चाहिए। 
  • रोजाना  1100 बार जाप करना चाहिए। अगर बात 11 दिनों में बनने की स्थिति में जाप को बीच में छोड़ा जा सकता है।  

Sulemani Ruhani Ilm hamara bahut he aacha or kaam karne wala ilm hai isko aap Muslim Sulemani Mantra ya Sulemani Tantra Peer Sadhana or Kamalat E Sulemani bhi bol sakte hai. is Tilismat e Sulemani ko aap upyog karke dekhe hamare is Kamalat e Sulemani se aap ki samsyaye turant khatam ho jayegi. aap apne jankaro bhi bhi is Ameliyat e Sulemani or Hirz-e-Sulemani ya NAQSH E SULEMANI ke bare mai bataye.

हमजाद का अमल

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